Thursday, March 21, 2013

निशानी




अगर निभा सको साथ,

तो अपने पन की निशानी हू मैं….

छोड़ दो तो सिर्फ,

एक कहानी हू मैं..



कहने को तो मै एक आम लड़की हू ,

पर किसी के लिए एक खवाब हू मैं..

जो समझ न सके मुझे,  उनके लिए "कौन"
 
जो समझ गए, उनके लिए खुली किताब हू मैं..



शक्ल पर जाओगे तोह खुश पाओगे,

बात करोगे, दिल से जानोगे..

तोह ही पहचान पाओगे,

एसी एक इसांन हू मै..



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