Saturday, September 28, 2013

तालाश..



इस भागती दौड़ती ज़िदगी मे,
कही खो सी रही हू मैं..
सपनो को केवल आँखों मे बसाये,
सो रही हू मै....

रखा खा कदम घर से बाहर,
सपनो के पिछा कर कुछ बनने के लिए..
पर आज इस हकीकत की भूल भुलैया मे,
भटक रही हू मैं....

आज मशीन बन दौड़ता हैं इन्सान,
और इनही इन्सानी मशीनो के बीच,
अपना पन ढूँढ रही हू मैं....

तरह- तरह के लोग देखे,
प्यार करने वाले देखे..
बदलते समह के साथ,
बदलते हमसफर देखे..
और देखे मतलबी चहरे भी....

इसीलिए तो आज एक तालाश मे हू मै,

इंसानियत की तालाश....

Inexpressible..

            
The love so deep in the soul,
The feelings so vague to decide,
The memories so fresh to forget,
The moments so everlasting for not to think about…..


That..
Each gesture of care,
Droplet of rolling tear,
A hand to hold,
An ear to listen
 And
The patience to wait..
Wait forever…..


That….
All reminds me of a person,
Who cared..

Really did..!! 

Saturday, September 14, 2013

आगे बढ़ आई..



अब उन बातो को यादों मे छोड़ आई,
साथ बुने ख्वाबों को जिंदगी की धूल मे कही खो आई..
फिर मिलने की उमीद लेकर,
मैं तेरा साथ यूही छोड़ आई..

ख्याल तो बहुत रखा था तुने मेरा,
कमबक्त मै ही अहसान उतारने के मौके पिछे छोड़ आई..
तेरे साथ हँसी खूशी का साथ निभाकर,
बेखबरी मे पता नही कब एक अंजान सी बन आई..

आज आँचल तो है, पर आँसूयों से भरा..
क्योकि हँसी के बहाने तो, सब मै पिछे छोड़ आई..
बस यादो से भरा अपना दामन, औंर उन बातो को छोड़,

आगे बढ़ आई..

Wednesday, September 11, 2013

मेरी पहली शिक्षक..!!



जिस दिन हुआ था जन्म मेरा,
उस दिन मिली थी मेरी पहली शिक्षक मुझे....
जिवन से लेकर संसकार तक,
सब दिया उसने मुझे..

आज इस शिक्षक दिवस पर,
करती हू उसे सलाम..
ना केवल सही राह दिखाने के लिए,
बल्कि हर पल साथ निभाने के लिए..
ना केवल एक अच्छी माँ हैं वो,
बल्की एक बेहतरीन शिक्षक भी हैं वो..


Happy Teachers’ Day Mom..:) <3